राज्य और राज्यपाल के टकराव चरम पर, राज्यपाल के खिलाफ तृणमूल की आयोग से की शिकायत

0

न्यूज डेस्कः पश्चिम बंगालम में पंचायत चुनाव को लेकर सूबे के राज्यपाल का टकराव चरम पर है. तृणमूल ने राज्यपाल सीवी आनंद बोस पर आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया. तृणमूल ने राज्य चुनाव आयोग को पत्र लिखकर राज्यपाल के खिलाफ ही लिखित शिकायत दर्ज करायी है. वहीं, सत्ता पक्ष ने राज्यपाल की निष्पक्षता पर सवाल उठाए हैं. सत्तारूढ़ दल चुनाव से पहले राज्य की सुरक्षा की जांच के लिए राज्यपाल की राज्य यात्रा को लेकर पहले ही आगे बढ़ चुका है. इस बार आयोग में सीधे राज्यपाल के खिलाफ शिकायत की गयी.

पत्र में राज्यपाल पर कई आरोप लगाये गये हैं. उनका कहना है कि राज्यपाल ने राज्य में आचार संहिता का उल्लंघन किया है. उन्होंने सरकारी आवास सर्किट हाउस में बीजेपी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. जो पूरी तरह से अव्यवस्थित है. इसके अलावा राज्यपाल चुनाव प्रक्रिया में हस्तक्षेप कर रहे हैं. उन्होंने चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली और निष्पक्षता पर सवाल उठाए. उन पर चुनाव प्रक्रिया की निगरानी के लिए राजभवन में एक ‘नियंत्रण कक्ष’ स्थापित करने का भी आरोप है. स्थानीय बीडीओ से बात कर जानकारी जुटा रहे हैं. तृणमूल को लगता है कि यह ‘अधिकारों का प्रयोग’ है. इसके अलावा राज्यपाल राज्य और आयोग को अंधेरे में रखकर गृह मंत्रालय और केंद्र की विभिन्न एजेंसियों के साथ बैठकें कर रहे हैं. ये आरोप पार्टी उपाध्यक्ष सुब्रत बख्शी ने एक पत्र में लिखकर राज्यपाल के खिलाफ आयोग में शिकायत दर्ज करायी है.

पंचायत चुनाव के दौरान राज्य में हुई हिंसा को लेकर राज्यपाल सक्रिय हैं। वह एक हिंसक इलाके में जा रहा है.’ ब्रेकिंग और कैनिंग का दौरा पहले ही किया जा चुका है। हाल ही में उन्होंने कूचबिहार और दिनहाटा का भी दौरा किया था. रास्ते में कार में जाकर उन्होंने फोन पर सारी शिकायतें सुनीं और चुनाव आयोग से कार्रवाई करने को कहा. वह वीडियो पहले ही वायरल हो चुका है. सोमवार को राज्यपाल कोलकाता लौटने पर राजभवन न आकर बसंती चले गए। राज्यपाल की इस ‘गतिविधि’ का तृणमूल शुरू से ही विरोध कर रही है. इस बार शिकायत सीधे चुनाव आयोग से की गई.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *